Kancha Gachibowli Forest Clearance
400 एकड़ जंगल पर Bulldozers: तेलंगाना सरकार की Mega Auction Plan
तेलंगाना सरकार ने हैदराबाद के IT Corridor में स्थित Kancha Gachibowli forest गाँव की 400 एकड़ ज़मीन को साफ़ करने की प्रक्रिया शुरू की है, इस ज़मीन को auction कर सरकार ₹10,000 से ₹15,000 करोड़ की revenue अर्जित करना चाहती है।

इस प्लान के तहत यहां world-class IT parks, बेहतर शहरी infrastructure और modern living spaces बनाए जाएंगे। सरकार का दावा है कि यह सरकारी ज़मीन है और वह इसे राज्य के विकास के लिए use कर रही है, पर इन सब के बीच मे फॉरेस्ट मे रहने वाले पशु पकशिओ को अपनी जान गवानी पद रही है, कई सारे Animals घायल होगये और कुछ तो बच नहीं सके ये सब दृश्य इंटरनेट पर काफी तेजी से वाइरल होगई जिसकी वजह से ये बडा मुद्दा बन गया और बहोत से स्टूडेंट्स इसके खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे है,
University of Hyderabad के Students का विरोध और Arrest
इस environmental damage के खिलाफ University of Hyderabad के students ने ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन किया,

Kancha Gachibowli forest : रविवार से शुरू हुई इस clearance activity के दौरान लगभग 50 earthmovers जंगल की हरियाली को साफ़ करने में लगे रहे। जब students ने इसे रोकने की कोशिश की, तो Cyberabad Police ने 50 से ज़्यादा students को arrest कर लिया,

Ecological रिपोर्ट्स ने खोली पोल: Hyderabad की हरियाली पर संकट
एक ecological heritage रिपोर्ट के अनुसार, Kancha Gachibowli Forest (KGF) में 233 से ज़्यादा पक्षी प्रजातियाँ पाई जाती हैं — जो KBR National Park से भी ज़्यादा है।
यह क्षेत्र सिर्फ़ पेड़-पौधों का नहीं, बल्कि 455 species of flora और fauna का घर है। एक बार यह ecosystem नष्ट हुआ, तो उसे recreate करना लगभग impossible होगा,
“यह low maintenance forest है, लेकिन इसकी ecological value priceless है,” — रिपोर्ट द्वारा highlight किया गया।
Kancha Gachibowli forest : Deforestation से Local Climate पर असर
Environment researchers का कहना है कि इस जंगल की कटाई से Hyderabad के इस क्षेत्र में temperature 1 से 4°C तक बढ़ सकता है।

इससे ना सिर्फ़ गर्मी बढ़ेगी, बल्कि शहर का ecological balance भी बिगड़ सकता है, जिससे public health और biodiversity पर बुरा असर पड़ेगा।
Supreme Court का Intervention: पेड़ काटने पर Immediate Ban
जैसे-जैसे विरोध बढ़ा, मामला High Court और फिर Supreme Court of India तक पहुँच गया। Supreme Court ने सख़्त रुख अपनाते हुए tree-cutting activities पर तुरंत रोक लगाने का आदेश दिया।
Court ने पूछा कि जब अभी forest land की पहचान के लिए committee बनाई गई है, तो इतनी urgency क्यों दिखाई गई? साथ ही सरकार से जवाब माँगा कि site पर ऐसे अधिकारी क्यों मौजूद थे जो forest team का हिस्सा नहीं थे
Chief Secretary को Affidavit दाख़िल करने का आदेश

Supreme Court ने Chief Secretary of Telangana को नोटिस जारी कर पूरा explanation माँगा है और साफ कहा है कि अगर इसके आदेशों की अवहेलना हुई, तो personal liability तय की जाएगी।
साथ ही, कोर्ट ने इस मामले को suo motu केस में convert कर दिया है।
Conclusion : Sustainability के बिना विकास अधूरा है
Kancha Gachibowli forest का यह मामला एक बड़ा उदाहरण है कि हमें development और environment के बीच सही balance कैसे बनाना है।
एक ओर हम Digital India, Smart Cities, और Urban Development की बात करते हैं, वहीं दूसरी ओर हमें यह भी समझना होगा कि nature से समझौता हमें भविष्य में भारी नुकसान पहुँचा सकता है।
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