द्वि-Olympic पदक विजेता मनु भाकर और विश्व Chess चैंपियन डी. गुकेश उन चार खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्हें 17 जनवरी को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान, Major Dhyan Chand Khel Ratna Award से सम्मानित किया गया Sports Ministry ने 2 जनवरी, गुरुवार को इस बात की घोषणा की, पहले मनु भाकर का नाम Khel Ratna Award के नामांकितों की सूची में नहीं था, जिसके चलते विवाद भी खड़ा हुआ था,
Major Dhyan Chand Khel Ratna Award 2024
भारतीय पुरुष Hockey Team के Captain हरमनप्रीत सिंह और Para-Athlete प्रवीण कुमार को भी President द्रौपदी मुर्मू द्वारा Rashtrapati Bhavan, New Delhi में आयोजित एक विशेष समारोह में यह सम्मान प्रदान किया जाएगा, यह सम्मान न केवल खिलाड़ियों की मेहनत और प्रतिबद्धता को स्वीकार करता है, बल्कि देश में खेलों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है,
Sports Ministry ने अपने बयान में कहा, “Committee की सिफारिशों और गहन जांच-पड़ताल के बाद Government ने खिलाड़ियों, Coaches, Universities और अन्य संबंधित संस्थानों को पुरस्कार देने का निर्णय लिया है,” यह प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष रखी गई है ताकि केवल सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को ही इस सम्मान का पात्र माना जाए.
17 जनवरी को आयोजित होने वाले इस समारोह में Khel Ratna के अलावा 32 खिलाड़ियों को Arjuna Award और तीन Coaches को Dronacharya Award से सम्मानित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले अन्य संगठनों और विश्वविद्यालयों को भी विशेष सम्मानित किया जाएगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत में Sports Culture को बढ़ावा देना और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करना है। खेल मंत्रालय का मानना है कि ऐसे पुरस्कारों से खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ता है और नई पीढ़ी को खेलों में करियर बनाने की प्रेरणा मिलती है.
मनु भाकर का नाम Khel Ratna Award की प्रारंभिक सूची में न होने पर विवाद खड़ा हो गया था, मनु के पिता Ram Kishan Bhaker और Coach Jaspal Rana ने इस पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए Sports Authority की आलोचना की थी, Ram Kishan Bhaker ने तो यहां तक कह दिया था कि काश उन्होंने अपनी बेटी को Shooter के बजाय Cricketer बनाया होता। इस विवाद ने खेल मंत्रालय को भी एक बार फिर से अपनी नामांकन प्रक्रिया की समीक्षा करने पर मजबूर कर दिया.
हालांकि, मनु भाकर ने इस विवाद पर बयान देते हुए स्पष्ट किया कि वह Awards को लेकर चिंतित नहीं हैं और उनका ध्यान केवल देश के लिए और अधिक Medals जीतने पर केंद्रित है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि Nomination प्रक्रिया में शायद कोई चूक हुई होगी। उन्होंने यह भी कहा कि उनके लिए सबसे बड़ा सम्मान देश के लिए पदक जीतना है और वह आने वाले अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में अपना सर्वश्रेष्ठ पर्फॉर्म करेंगी.
डी. गुकेश, जो विश्व शतरंज में सबसे कम उम्र के चैंपियन बने, ने भी अपनी उपलब्धियों से देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार न केवल उनके लिए बल्कि पूरे Chess Community के लिए गर्व की बात है। उन्होंने यह भी कहा कि यह सम्मान उन्हें और अधिक मेहनत करने और भविष्य में और बड़ी उपलब्धियां हासिल करने के लिए प्रेरित करेगा।
17 जनवरी का यह समारोह भारतीय Sports History में एक और महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ेगा, जहां देश के बेहतरीन खिलाड़ियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर खेल मंत्रालय द्वारा नई खेल नीतियों और योजनाओं की भी घोषणा की जा सकती है, जिनका उद्देश्य भारतीय खेलों को वैश्विक मंच पर और मजबूत बनाना है। इसके साथ ही, खेल इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास और खिलाड़ियों के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को और बेहतर बनाने पर भी ध्यान दिया जाएगा.
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